हम वंदे मातरम गायेंगे.. उठो वीर और तुम गरजो, वसुधा की लाज बचाना है, देश की रक्षा के खातिर, दुश्मन का शीश उड़ाना है। फिर चाहे वो कोई भी हो, हम उसको मार गिराएंगे, भारत माँ की शान में हम सब वंदे मातरम गाएंगे।। हम वंदे मातरम गाएंगे……. जब-जब शरहद पर आकर,, दुश्मन ने हमे ललकारा है, तब-तब सीमा पर जाकर ,, हमने भी शीश उतारा है। हम भारत माता के बेटे,, आतंकवाद को मिटायेंगे, भारत माँ की शान में हम सब वंदे मातरम गाएंगे।। हम वंदे मातरम गायेंगे…….. जिस दिन लहू हमारा भी, मिट्टी में मिल जाएगा, कर्ज मात्रभूमि का फिर, हल्का कुछ हो जाएगा, अन्तिम स्वास में हम सब मिल, इतिहास नया लिख जायेगे, भारत माँ की शान में हम सब वंदे मातरम गायेंगे, हम वन्दे मातरम गायेंगे,...…... ©प्रशान्त तिवारी"अभिराम"